नगर पंचायत गोसाईगंज के अध्यक्ष निखिल मिश्रा ने एक अत्यंत दुःखद और हृदय को झकझोर देने वाली आपराधिक घटना पर अपनी राय देते हुए कहा कि मेरी समझ से ऐसे लोगों से जब मुठभेड़ हो तो गोली पैर में नही सर में लगनी चाहिए जिससे मौके पर ही उनका काम तमाम हो जिससे ऐसे मनबढ़ अपराधी किसी दूसरी बहन बेटी के साथ ऐसी जघन्य घटनाओं को कारित न कर पाएं करने से पहके हजार बार सोचना पड़े अन्य मनबढ़ों को सिख मिले की वो इस तरह की घटना को कारित करने से पहले दस हजार बार सोचे ऐसे आरोपियों के घर पर बाबा का बुलडोजर गर्जना चाहिए. ऐसे लोगों को जीने का कोई अधिकार नही जो दूसरों के जीने का अधिकार छीनते हों किसी को पल पल मरने पर मजबूर कर देते हों अब उक्त पीड़ित बेटी हजारों मौत मरने को मजबूर होगी और यह भेड़िया चंद दिन में ठीक होकर कुछ दिन जेल और फिर किसी अन्य बहन बेटी के जीवन से खेलने का काम करेगा.
उक्त प्रकरण में इतनी मामूली कार्यवाही से मैं संतुष्ठ नही हूँ मैं पुलिस प्रसाशन की उक्त कार्यवाही की निंदा करता हूँ कैसे कोई अपराधी बहन बेटियों का जीवन बर्बाद करने की सोच लेता है पुलिस का क्या भय है इनके अंदर और नही है तो ऐसे प्रकरण में नजीर बनाने वाली कार्यवाही किंव नही करती पुलिस किसी का जीवन बर्बाद हो गया क्या यह मामूली घटना है. ऐसी घटनाओं को कारित करने वालों के साथ मात्र एक कार्यवाही होनी चाहिए सिर्फ मौत जिससे कभी भी किसी बहन बेटी का जीवन बर्बाद करने के लिए किसी अपराधी एवं माफिया की हिम्मत न पड़े और ऐसे लोगों पर नजीर वह बननी ही चाहिए जिससे इस तरह की जघन्य अपराधों को करने से पहले अपराधी की रूह कांप जाए मैं पुलिस की कार्यवाही से संतुष्ट नही हूँ .