नगर पंचायत अध्यक्ष निखिल मिश्रा ने आज दीपावली पर्व के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के लोकप्रिय नेता हमारे अभिभावक एवं मार्गदर्शक यशस्वी उपमुख्यमंत्री आदरणीय ब्रजेश पाठक जी से स्नेहिल भेंट कर के दीपावली पर्व की शुभकामनाएं दी एवं आशीर्वाद प्राप्त किया.
बता दे कि यह त्योहार धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण होता है. इसे प्रकाश के त्योहार के रूप में भी जाना जाता है, जो अंधकार और अज्ञानता को हराकर प्रकाश और ज्ञान की जीत को दर्शाता है.
धार्मिक महत्व: दिवाली का प्रमुख धार्मिक महत्व है देवी लक्ष्मी की पूजा का। लक्ष्मी धन, समृद्धि और धर्म की प्रतीक हैं. लोग इस दिन उनकी कृपा, आशीर्वाद और धन के लिए प्रार्थना करते हैं. दीपावली के दिन घर को दीपों की रोशनी से ज्योतिमय बनाने का उद्देश्य लक्ष्मी माता के आगमन का अभिप्रेत करना होता है.
सांस्कृतिक महत्व: दिवाली में भारतीय संस्कृति और परंपराओं की महत्वपूर्ण भूमिका है. इस अवसर पर लोग अपने घरों को सजाकर रंगों और दीपों से सजाते हैं. रंगोली और दीपों की रौशनी से न केवल घर की सुंदरता में वृद्धि होती है, बल्कि इससे संगठन और सामूहिक एकता की भावना भी प्रकट होती है. इस त्योहार में परिवारों और मित्रों के साथ समय बिताना, स्नेह और प्रेम को बढ़ाने का एक अच्छा मौका होता है. यह भारतीय समाज में एकता, बंधुत्व और सद्भाव की भावना को स्थापित करता है.
सामाजिक महत्व: दिवाली एक सामाजिक त्योहार है जो लोगों को एक-दूसरे के साथ जोड़ता है और उन्हें खुशियों के साथ एकत्र करता है. लोग मिठाई और उपहार बांटते हैं, एक दूसरे के साथ मिलकर खाने-पीने का आनंद लेते हैं, और सामूहिक रूप से प्रदर्शन और मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित करते हैं. इसे एक खुशहाल और उत्साहभरा माहौल के रूप में मनाने का एक अवसर माना जाता है, जिससे सामाजिक बंधन मजबूत होते हैं और समुदाय में खुशहाली की भावना प्रबल होती है.