"तपःस्वाध्यायेश्वरप्रणिधानानि क्रियायोगः,
तपः, स्वाध्याय, ईश्वर-प्रणिधानानि, क्रिया-योग:"
यानि तप, अध्यात्मशास्त्रों के पठन-पाठन और ईश्वर शरणागति, यह तीनों की क्रिया योग हैं। योग एवं प्राणायाम से आप न केवल शारीरिक तौर पर स्वस्थ हो सकते हैं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी प्राप्त कर सकते हैं। इसी विचारधारा के साथ लखनऊ की नगर पंचायत गोसाईगंज के कार्यालय परिसर में प्रतिदिन नगर के संभ्रांत एवं सम्मानित परिवारों के सदस्य गणों द्वारा नियमित रूप से योगा किया जाता है। सदस्यगण स्वास्थ्य लाभ पाने के उद्देश्य से विभिन्न यौगिक क्रियाओं और प्राणायामों के माध्यम से स्वयं को साध रहे हैं।
इसी क्रम में आज परिसर में योग करने वाले सम्मानित सदस्यों के द्वारा यज्ञ हवन कर सुख, स्वास्थ्य, शांति, समृद्धि की मंगलकामना की गई। इस अवसर पर उन सभी ने हवन कर मनुष्य जीवन में यज्ञ और हवन के महत्व पर प्रकाश डाला। इस दौरान नगर पंचायत गोसाईगंज के अध्यक्ष निखिल मिश्रा भी मौजूद रहे और उन्होंने कहा कि यज्ञ हवन से देवी देवताओं की पूजा-अर्चना ही नहीं बल्कि हवन यज्ञ से प्रदूषित वातावरण को भी शुद्ध किया जाता। यज्ञ हवन भी एक चिकित्सा पद्धति मानी जाति है और हवन यज्ञ के माध्यम से विभिन्न बीमारियों का इलाज किया जाता है।